हम हों ना हों कल, याद रखना
तन्हाई में जब कभी आयेगा ख़याल
भीगेंगे आँखों के कँवल, याद रखना
मेरी दुनिया, मेरी ज़िंदगी- तुम्हीं से
हुई है मुकम्मल, याद रखना
पहनोगे जब भी मेरी यादों के लिबास
हवा उड़ाएगी आँचल, याद रखना
मैं याद रखूँगा ये शोखियाँ तुम्हारी
तुम भी मेरे आँसू चंचल, याद रखना
6 comments:
बहुत ही खुशनुमा ख्याल है भाई जिन्दगी ऐसे ही पल याद रह जाते है ..................यह मेरी बात आप भी याद रखना.........मन को छू लिया .........
मुहब्बत के ये पल याद रखना
हम हों ना हों कल, याद रखना
बहुत बढ़िया भावपूर्ण रचना . बधाई.
bahut dino baad aapki rachna padhne ko mili..... bahut achha laga..
तन्हाई में जब कभी आयेगा ख़याल
भीगेंगे आँखों के कँवल, याद रखना
मन को छू लिया ...... Lajawaab gazal
bahut achchha likhte ho bhai
बहुत सुन्दर रचना
बहुत बहुत बधाई .....
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