Saturday, September 20, 2008

वफ़ा मिली ना...

वफ़ा मिली ना प्यार मिला ज़िंदगी में
मिला भी तो क्या मिला ज़िंदगी में

न दोस्त, न हमदम, न हमनवा कोई
करें तो किससे करें गिला ज़िंदगी में

दर्द के फूल, दर्द की कलियाँ
दर्द का ही बाग़ खिला ज़िंदगी में

बहुत-बहुत तो मिला नहीं थोड़ा भी
थोड़ा-थोड़ा ही बहुत मिला ज़िंदगी में


No comments: